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सम भाव
Quotes
ये प्रकृति है सबके साथ सम भाव रहती है, फिर हम मानव ही क्यूँ ...
सीमित उचित न्यायपूर्ण मात्रा, विचार विहार भोजन या जल। अनियमि ...
देवी सम पूज्य है , भारत देश में नारी। काली दुर्गा के समान, स ...
प्रथम जरूरत है स्वप्रेम की, करने को जग में सबको प्यार। जब प् ...
शिक्षा वही है सार्थक, जो दे सबको संस्कार। सबको ही दे अपनापन, ...
सेविका का पूर्ण सेवा-भाव, प्रभावित सेव्य को है कर देता । जैस ...
एक भावविभोर का भावशून्य हो जाना, गहरी वेदना को प्रकट करता है ...
एक चुंबन माथे पर रख देना, देखना फिर आत्मा किस प्रकार भाव विह ...
प्रेम बंधन नहीं है ... प्रेम मुक्ति का द्वार है ! प्रेम विका ...
नहीं स्वार्थ का भाव कुछ, बस है हर एक भाव पवित्र। बिना रक्त स ...
स्वस्थ रहने का है मंत्र यह , हम सब रहें तनाव से मुक्त। दायित ...
हृदय में गंभीरता और, मन में शांति की पहचान। हर स्थिति में सम ...
"दयालु भाव" आज कल सिर्फ दिखता ही है, वास्तव में बहुत कम ही ...
एक धरती एक गगन फिर एक मानव अपने को दूसरे मानव से श्रेष्ठ क्य ...
कविता मन के भावों को प्रकट करने का एक खूबसूरत माध्यम है मि ...
मुस्कराहट लिए चेहरे सबको अच्छे लगते हैं I
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